ससुराल में बीवी का भाई जो साला होता
साली की तरह वो भी आधा घरवाला होता
होता प्यारा वो भी बड़ा हो चाहे छोटा
कई बार लाखों का होता है ये सिक्का खोटा
जब-जब साला आता अपनी बहन से मिलने
देखके उसका सूटकेस मन लगता खिलने
खाली हाथ कभी ना बहन के घर को जाता
कपड़े-लत्ते, फ्रूट-मिठाई लेकर आता
रक्षाबंधन भाईदूज पर उसके जाओ
टीका कर राखी बाँधों, बाँध के गठरी लाओ
साला हो चाहे गोरा हो या हो काला
साला आये जीजा के घर करे उजाला
साले के घर जब पहुंचे हम सजनी-सैंया
हमको भूली सजनी करती भैया-भैया
लेख़क (कवि ),
मुकेश 'कमल'
09781099423
साली की तरह वो भी आधा घरवाला होता
होता प्यारा वो भी बड़ा हो चाहे छोटा
कई बार लाखों का होता है ये सिक्का खोटा
जब-जब साला आता अपनी बहन से मिलने
देखके उसका सूटकेस मन लगता खिलने
खाली हाथ कभी ना बहन के घर को जाता
कपड़े-लत्ते, फ्रूट-मिठाई लेकर आता
रक्षाबंधन भाईदूज पर उसके जाओ
टीका कर राखी बाँधों, बाँध के गठरी लाओ
साला हो चाहे गोरा हो या हो काला
साला आये जीजा के घर करे उजाला
साले के घर जब पहुंचे हम सजनी-सैंया
हमको भूली सजनी करती भैया-भैया
लेख़क (कवि ),
मुकेश 'कमल'
09781099423
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