बीवी के देहान्त पर
वर्मा जी सांत्वना
देने पहुंचे उनके घर
ढांढस बंधाते हुए
होले होले
शर्मा जी से बोले
भाभी जी के बारे जानकर
बहुत दुख हुआ
उनकी आत्मा को शांति मिले
ईश्वर से है यही दुआ
मजबूती से इस संताप को
दुख सहने की दे शक्ति आपको
अच्छा
शर्मा जी सुना है आपने
तीन शादी की थी
भाभी जी आपकी
तीसरी बीवी थी!
जी हां, कहकर
शर्मा जी रोने लगे
अपने मोतिया बिंदी
नैन भिगोने लगे
वर्मा जी के इस सवाल ने
उनकी दुखती रग छुई थी,
भाई, शर्मा जी आपकी पहली
पत्नी की मृत्यु कैसे हुई थी?
जी ज़हर खाकर
वर्मा जी रोनी सूरत बनाकर
और जो दूसरी थी?
वो भी ज़हर खाकर मरी थी।
तो ये तीसरी!
ये तीसरी मंजिल से गिरी थी।
पहली दूसरी ज़हर खाकर
तीसरी छत से छलांग लगाकर
आप तो व्यक्ति संत है
पर धर्म पत्नियों का
बड़ा दुखद अंत है
आख़िरआपके साथ
ऐसा क्यों हुआ?
शर्मा जी बोले वर्मा जी
ऐसा यों हुआ
कि
पहली ज़हर खाकर मरी
दूसरी भी ज़हर खाकर मरी
ये ज़हर खाने को तैयार नहीं हुई
इसलिए छत से गिरी।
मुकेश कमल
7986308414