शुक्रवार, 7 नवंबर 2025

कार या हार

मि० चंचल ने
मिसेज चंचल के
जन्मदिन पर 
दिया उपहार
एक हार
हार गले में डालकर
मोती से दांत निकालकर 
इतराती हुई - इठलाती हुई  
बलखाती हुई - लहराती हुई
मि० चंचल से बोली
ठीक है, अच्छा है
सुंदर हार है
आप इतने प्यार से लाए है
तो मुझे दिल से स्वीकार है
किन्तु प्राणनाथ 
अच्छा होता आज अगर ना देते हार
इसके बदले बर्थडे पर ला देते कार
मि० चंचल बनकर भोले
मिसेज चंचल से बोले
भाग्यवान नकली हार से
भरे पड़े है ये बाज़ार 
तेरे लिए पर 
कहां से लाता नकली कार।

मुकेश कमल 
7986308414

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