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शनिवार, 1 नवंबर 2025

चांद और चकोर

प्यार क्यों किया जो निभाना नहीं आता
या प्यार करते हो पर जताना नहीं आता।

यूं दिल की बात दिल में छुपाए हुए हो क्यों
या बता नहीं सकते या बताना नहीं आता।

रुलाने का हुनर तो यहां आता है सभी को
लेकिन सभी को यारों हंसाना नहीं आता।

वो शख्स बन गया महफिल में मेज़बान 
पीना जिसे आता है पिलाना नहीं आता।

जो चाँद बनके आप फ़लक पर नहीं आते
बनके चकोर "कमल" दीवाना नहीं आता।

मुकेश कमल 
7986308414

बेवफ़ा कौन

मेरे परम मित्र 
एक दिन आए मेरे पास
मूंह लटका, मुरझाया चेहरा 
लगा बड़ा उदास
मैने पूछा बात हुई क्या
बोलो राम प्रकाश 
क्यों है बेरंग चेहरा तेरा 
जैसे सूखी घास 
मायूसी से मित्रवर 
बोले यार मुकेश 
कल से हो रहा 
घर में मेरे बड़ा क्लेश 
मैने पूछे क्यों बे 
ऐसी क्या बात हो गई
तेरी चांदनी रात 
क्यों काली रात हो गई
वो बोला 
यार ये लगता है मेरी लुगाई
कर रही है मुझसे वेवफ़ाई 
मैने पूछा कैसे यार
वो बोला सुन ऐसे यार
रात गये वो बहुत देर से 
लौटी थी घर
कारण पूछा तो उसने
ये दिया था उत्तर 
रजनी से मिलने गई थी उसके यहां
ये सुनकर मैने कहा
अरे तो तुम्हे क्यों  लगा
कि भाभी जी कर रही है तुमसे दगा 
वो बोला रजनी से मिलने गई थी
उसने गलत कहा था
मैं बोला फिर क्या सही था
वो बोला रजनी के घर 
मेरे और रजनी के सिवा 
तीसरा कोई नहीं था।

मुकेश कमल 
7986308414




आज ईद है

एक बच्चा दौड़ता हुआ 
मां के पास आकर 
मां से लिपटकर 
बोला मुस्कुरा कर
"अम्मी निकालिए पैसे"
अम्मी बोली "पैसे"
वो कैसे"
अरे ईद के पैसे अम्मी,
जल्दी दो ना 
मेरी प्यारी मम्मी"
मां सुनकर हैरान
बोली मेरे बुद्धू नादान 
आज ईद नहीं है
पगले तुझसे ये बात 
किसने कही है
बेटा मायूसी से बोला 
अम्मी झूठ मत बोलो
बच्चा हूं मानता हूं
मगर आज ईद है 
ये भी जानता हूं 
आज ईद है तभी तो
अब्बू फूल से खिल रहे थे
ईद पर गले मिलते है ना
अब्बू सुबह सुबह बाजू 
वाली आंटी से गले मिल रहे थे 
आंटी को सोने का हार 
अब्बू ने दिया खरीद है
अम्मी पैसे निकालो 
आज ईद है।

मुकेश कमल 
7986308414