hasya ras kavita hilarios poetry Hindi poems comedy funny jokes लेबलों वाले संदेश दिखाए जा रहे हैं. सभी संदेश दिखाएं
hasya ras kavita hilarios poetry Hindi poems comedy funny jokes लेबलों वाले संदेश दिखाए जा रहे हैं. सभी संदेश दिखाएं

बुधवार, 26 नवंबर 2025

ससुर का ज्ञान

छोड़ दीजो सुरताल ज्ञान को ज्ञान ससुर का करलो
द्वितिय सिमर भगवान प्रथमें ध्यान ससुर का धरलो
पिता तुल्य है ससुरजी, तेरी बीवी का बाप है 
सास अगर है तान द्रुत, ससुर विलम्बित आलाप है
ताल बिना संगीत अधूरा, ससुर बिना ससुराल
खुश है तो खा मुर्ग-तंदूरी, दु:खी तो मूंगी दाल
ससुर अगर राज़ी है तो है बीवी जी भी राज़ी
साला-सलहज़, साली खुश है, खुश है सासु माँज़ी
मानो ‘कमल’ कविराय ससुर को दूजे पप्पा
जाने कब वसीयत पे तेरे नाम का लग जाये ठप्पा

लेखक(कवि),
मुकेश ‘कमल’
7986308414