नज़दीक चुनावों की, आ गई डेट है।
चुनावी मैदान बना जंग का मैदान
आ गये मैदान में, नये नये शैतान
कुछ मरियल लड़ाके कुछ हैवीवेट है,
नज़दीक चुनावों की आ गई डेट है।
गुंडे ओर बदमाश सभी भर रहे पर्चा
ओवर बजट देखो सभी कर रहे खर्चा
मैनिफेस्टो पर सभी का डुप्लीकेट है,
नज़दीक चुनावों की आ गई डेट है।
बस्तियों में गांजा दारू बंट रही है यार
बेवड़ों की ज़िंदगी में आ गई बहार
रोटी को वांदे मीट से भर रहे पेट है,
नज़दीक चुनावों की आ गई डेट है।
रिजर्वेशन पॉलिटिक्स भी चरम पे है
लेडीज बेचारी थर्टी थ्री वाले भरम पे है
दलितों को पिछड़ों फुसला रहे सेठ है,
नज़दीक चुनावों की आ गई डेट है।
झूठे वादों के महल बनाये जा रहे
अंधों को सब्ज़ बाग है दिखाये जा रहे
जनता का वोट पार्टियों का टारगेट है,
नज़दीक चुनावों की आ गई डेट है।
मंडप सजा हुआ है स्वयंवर इसे कहे
दुल्हन है जनता और नेता दूल्हा बन रहे
जीतते ही पति क्या देवर क्या जेठ है,
नज़दीक चुनावों की आ गई डेट है।
जो भी जीता जीत के कुर्सी पे विराजा
उसने "कमल" करना है स्कैंडल तरोताजा
करना भ्रष्टाचारी ने सब मटियामेट है,
नज़दीक चुनावों की आ गई डेट है।
(मुकेश कमल)
9781099423
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