सुबह छह बजे
घंटी बजी
दरवाजा खोला
सामने खड़ा था
दूधिया भोला
साहब नमस्ते
दूध लीजिये
जल्दी कीजिये
भगोना दीजिये
हमने भगोना आगे कर दिया
उसने उसे भर दिया
पर ये क्या
हमें हुई हैरानी
भोला ने भगोने
में डाला केवल पानी
मैं चौका
उसे टोका
अरे भाई भोला
तू दूध वाला है या पानी वाला
पैसे लेता है दूध के
भगोने में सिर्फ पानी डाला
भोला सकपका कर बोला
माफ़ कीजिये साहब
फ़र्ज़ निभाना भूल गया
आज ड्रम में पानी के मैं
दूध मिलाना भूल गया
वो बस इतना ही बोला था
मैं आज तक सोच रहा हूँ
क्या भोला वास्तव में भोला था
लेखक
कवि मुकेश 'कमल'
09781099423
घंटी बजी
दरवाजा खोला
सामने खड़ा था
दूधिया भोला
साहब नमस्ते
दूध लीजिये
जल्दी कीजिये
भगोना दीजिये
हमने भगोना आगे कर दिया
उसने उसे भर दिया
पर ये क्या
हमें हुई हैरानी
भोला ने भगोने
में डाला केवल पानी
मैं चौका
उसे टोका
अरे भाई भोला
तू दूध वाला है या पानी वाला
पैसे लेता है दूध के
भगोने में सिर्फ पानी डाला
भोला सकपका कर बोला
माफ़ कीजिये साहब
फ़र्ज़ निभाना भूल गया
आज ड्रम में पानी के मैं
दूध मिलाना भूल गया
वो बस इतना ही बोला था
मैं आज तक सोच रहा हूँ
क्या भोला वास्तव में भोला था
लेखक
कवि मुकेश 'कमल'
09781099423
Pani me dudh wah! Janab nice thought
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